तसवीर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]तसवीर संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ तस्वीह] दे॰ 'तसवीर' । उ॰— लिखे- चितेरे चित्र मैं पिय विचित्र तसबीर । दरसत दृग परसत हियै परसत तिय धर धीर ।—स॰ सप्तक, पृ॰ ३६७ ।
तसवीर ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ तस्वीर]
१. वस्तुओं की आकृति जो रंग आदि के द्वारा कागज, पटरी आदि पर बनी हो । चित्र । क्रि॰ प्र॰—खींचना ।—बनाना ।—लिखना । मुहा॰—तसवीर उतारना = चित्र बनाना । तसवीर निकालना = चित्र बनाना ।
२. किसी घटना का यथातथ्य विवरण ।
तसवीर ^२ वि॰ चित्र या सुंदर । मनोहर ।