तसव्वुर

विक्षनरी से

खयाल, विचार, याद

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

तसव्वुर संज्ञा पुं॰ [अ॰] कल्पना । उ॰—तसव्वुर से तेरे रुख के गई है नींद आँखों से । मुकाबिल जिस,के हो खुरशीद क्यों कर उसको ख्वाब आवे ।—कविता कौ॰, भाग ४, पृ॰ २६ ।