ताकना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
ताकना क्रि॰ स॰ [सं॰ तर्कण (= विचारना)]
१. सोचना । विचारना । चाहना । उ॰—जो राउर अति अनभल ताका । सो पाइहि यह फल परिपाक ।—तुलसी (शब्द॰) ।
२. अवलोकन करना । दृष्टि जमाकर देखना । टकटकी लगाना ।
३. ताड़ना । समझ जाना । लखना ।
४. पहले से देख रखना । (किसी वस्तु को किसी कार्य के लिये) देखकर स्थिर करना । तजवीज करना । जैसे,—(क) यह जगह मैंने पहले से मुम्हारे लिये ताक रखी है, यहीं बैठी । (ख) कोई अच्छा आदमी ताककर यहाँ लाओ ।
५. दृष्टि रखना । रखवाली करना । जैसे,—मैं अपना अलबाब यहीं छोडे़ जाता हूँ, जरा ताकते रहना ।