ताजना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ताजना संज्ञा पुं॰ [हिं॰ ताजन] दे॰ 'ताजन' । उ॰—तनक ताजना लगत ही, छाड़ देत भुव अंग ।—प॰ रासो, पृ॰ ११७ ।