तानपूरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तानपूरा संज्ञा पुं॰ [सं॰ तान + हिं॰ पूरा] सितार के आकार का एक बाजा जिसे गवैए कान के पास लगाकर गाने के समय छेड़ ते जाते हैं या उनके पार्श्व में बैठकर कोई छेड़ता जाता है । विशेष— यह गवैयों को सुर बाँधने में बड़ा सहारा देता है; अर्थात् सुर में जहाँ विराम पड़ता है, वहाँ यह उसे पूरा करता है । इसमें चार तार होते हैं दो लोहे के और दो पीतल के ।