तापक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तापक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. ताप उत्पन्न करनेवाला । उ॰— तापक जो रवि सोषत है नित कंज ज्यूँ ताहि देख्यां विकसाहीं ।— राम॰ धर्म॰, पृ॰ ६२ ।

२. रजोगुण । विशेष— रजोगुण ही ताप या दुःख का प्रतिकारण माना जाता है ।

३. ज्वर । बुखार ।