तारण
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
तारण ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. (दूसरे को) पार करने का काम । पार उतारने की क्रिया ।
२. उद्धार । निस्तार ।
३. उद्धार करने या तारनेवाला व्यक्ति ।
४. विष्णु ।
५. साठ संवत्सरों में से एक ।
६. शिव (को॰) ।
७. नाव । नौका (को॰) ।
८. विजय (को॰) ।
तारण ^२ वि॰
१. उद्धार करनेवाला । पार करनेवाला ।
२. पार करानेवाला । यौ॰—तारण तिरण = पार उतारनेवाला । उ॰—तारण तिरण जवै लग कहिए ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ १०५ ।