तारिक
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
तारिक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. नदी आदि पार उतारने का भाड़ा या महसूल । उतराई ।
२. नदी से माल को पार करवाने और कर वसूल करनेवाला कर्मचारी । उ॰—धाट पर तारिक नामक कर्मचारी नियुक्त किया जाता था जो माल को पार उतारने में सहायता करता तथा उचित टैक्स वसूल करता था ।—पू॰ म॰ भा॰, पृ॰ १३० ।
३. मल्लाह (को॰) ।
तारिक पु ^२ वि॰ [अ॰]
१. तर्क करनेवाला । त्यागी । त्याग करनेवाला । छोड़नेवाला । उ॰—अहंकारी । घमंडी (को॰) । यो॰—तारिके दुनिया = संसार से विरक्त । तारिके लज्जात = सांसारिक आनंद का त्याग करनेवाला । निस्पृह ।