तालक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तालक पु † संज्ञा पुं॰ [अ॰ तअल्लुक] दे॰ 'तअल्लुक' । उ॰—हौं तो एक बालक न मोहिं कछू तालक पै देखो तात तुमहूँ को कैसी लघुताई है ।—हनुमान (शब्द॰) ।

तालक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. हरताल ।

२. ताला ।

३. गोपीचंदन ।

४. ताड़ का पेड़ या फल (को॰) ।

५. अरहर (को॰) ।

तालक पु ^३ अव्य॰ [हिं॰] दे॰ 'तलक' । उ॰—त्रिकुटी संधि नासिका तालक, सुष्मनि जाय समाई ।—प्राण॰, पृ॰ ६४ ।