तिन
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]तिन † ^१ सर्व॰ [सं॰ तेन (= उनसे)] 'तिस' शब्द का बहुवचन । जैसे, तिनने, तिनको, तिनसे इत्यादि । उ॰—तिन कवि केशवदास सों कीनों धर्म सनेह ।—केशव (शब्द॰) । विशेष—अब गद्य में इस शब्द का व्यवहार नहीं होता ।
तिन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ तृण] तिनका । तृण । घासफूस । उ॰—ह्वै कपूर मनिमय रही मिलति न दुति मुकुताले । छिन छिन खरो बिचच्छनौ लखहि छाय तिन आलि ।—बिहारी (शब्द॰) ।