तिरस्कृत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तिरस्कृत वि॰ [सं॰]

१. जिसका तिरस्कार किया गया हो । अनादृत ।

२. अनादरपूर्वक त्याग किया हुआ ।

३. आच्छादित्त । परदे में छिपा हुआ ।

४. तंत्र के अनुसार (वह मंत्र) जिसके मध्य में दकार हो और मस्तक पर दो कवच और अस्त्र हों ।