तिराना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
तिराना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ तिरना]
१. पानी के ऊपर ठहराना ।
२. पानी के ऊपर चलाना । तैराना ।
३. पार करना ।
४. उबारना । तारना । निस्तार करना ।
तिराना पु ^२ क्रि॰ स॰ [हिं॰ तिरना] पानी के ऊपर रहना । उतराना । — उ॰— पानी पत्थर आज तिराना ।— घट॰, पृ॰ २३३ ।
तिराना ^३ क्रि॰ अ॰ [सं॰ तीर से नामिक धातु] तीर पर या किनारे आ जाना ।