तु इसे व्यर्थ छेड़कर अपने सिर आफत लाया । (२) संकट में पड़ना । दु:ख को बुलाना । अपने को झंझट में डालना । जैसै— तुम तो रोज अपने सिर पर एक न इक आफत लाया करते हो ।