तुक्का संज्ञा पुं॰ [फा़॰ तुक्कह्] १. वह तीर जिसमें गाँसी के स्थान पर घुंड़ी सी बनी होती है । २. टीला । छोटी पहाड़ी । टेकरी । ३. सीधी खड़ी वस्तु । मुहा॰—तुक्का सा = सीधा उठा हुआ । ऊपर उठा हुआ । जैसे,—जब देखो तब रास्ते में तुक्का सी बैठी रहती है ।