तुतलाना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
तुतलाना क्रि॰ अ॰ [सं॰त्रुट ( = टूटना) या अनु॰] शब्दों और वर्णो का अस्पष्ट उच्चारण करना । रुक रुककर टूटे फूटे शब्द बोलना । साफ न बोलना । शब्द बोलने में वर्ण ठीक ठीक मुँह से न निकलाना ।,जैसे,—बच्चों का तुतलाना बहुत प्यारा लगता है । उ॰—लागति अनूठी मीठी बानी तुतलान की ।—शकुंतला॰, पृ॰ १४० ।