तुह

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तुह पु सर्ब॰ [हिं॰] दे॰ 'तुम' । उ॰—जौ तुह मिलहु प्रथम मुनीसा । सुनतिउँ सिख तुम्हारि धारि सीसा ।—मानस, १ ।८१ ।