तृप्ति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. इच्छा पूरी होने से प्राप्त शांति और आनंद । संतोष । उ॰—फिरत वृथा भाजन अवलोकत सूने सदन अजान । तिहिं लालच कबहुँ कैसेहुँ तृप्ति न पावत प्रान ।—सूर (शब्द॰) । २. प्रसन्नता । खुशी ।