तैल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तैल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. तिल, सरसों आदि को पेरकर निकाला हुआ तैल ।

२. किसी प्रकार का तेल ।

३. धूप । गुग्गुल (को॰) ।