तैलंग
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]तैलंग संज्ञा पुं॰ [सं॰ त्रिकलिङ्ग]
१. दक्षिण भारत का एक प्रचीन देश जिसका विस्तार श्रीशैल से चोल राज्य से मध्य तक था । इसी देश की भाषा तेलुगु कहलाता है । विशेष—इस देश में कालेश्वर, श्रीशैल और भीमेश्वर नामक तीन पहाड़ हैं जिनपर तीन शिवलिंग हैं । कुछ लोगों का मत है कि इन्हीं तीनों शिवलिंगों के कारण इस देश का नाम त्रिलिंग पडा़ है; इसका नाम पहले त्रिकलिंग था । महाभारत में केवल कलिंग शब्द आया है । पीछे से कलिंग देश के तीन विभाग हो गए थे जिसके कारण इसका नाम त्रिकलिंग पडा़ । उडी़सा के दक्षिण से लेकर मदरास के और आगे तक का समुद्रतटस्थ प्रदेश तैलंग या तिलंगाना कहलाता है ।
२. तैलंग देश का निवासी । यौ॰—तैलंग ब्राह्मण ।