त्रयलोकी पु वि॰ [हिं॰ त्रिलोकी] त्रिलोकपति । तीनों लोकों के स्वामी । उ॰— रामचंद्र वर्णन करुँ, त्रयलोकी हैं नाथ ।— कबीर सा॰, पृ॰८१३ ।