त्रिअषिरी पु संज्ञा स्त्री॰ [त्रिअक्षर] ओम् । गोरख संप्रदाय का मंत्र विशेष । उ॰— त्रिअषिरी त्रिकोटी जपीला ब्रह्मकुंड निजथान । गोरख॰, पृ॰ १०२ ।