त्रिअषिरी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

त्रिअषिरी पु संज्ञा स्त्री॰ [त्रिअक्षर] ओम् । गोरख संप्रदाय का मंत्र विशेष । उ॰— त्रिअषिरी त्रिकोटी जपीला ब्रह्मकुंड निजथान । गोरख॰, पृ॰ १०२ ।