थकिया संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ थक्का] १. किसी गाढ़ी चीज को जमी हुई मोटी तह । २. गली हुई धातु का जमा हुआ लोंदा । यौ॰—थकिया की चाँदी = गलाकर साफ की हुई चाँदी ।