थकौहाँ वि॰ [हिं॰ थकना] [वि॰ स्त्री॰ थकौहीं] कुछ थका हुआ । थकामाँदा । शिथिल । उ॰— दृग थिरकौंहैं अधखुले देह थकौहें ढार । सुरत सुखित सी दिखियत दुखित गरभ के भार ।— बिहारी (शब्द॰) ।