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थन

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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थन संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्तन, प्रा॰ थण]

१. गाय, भैंस, बकरी इत्यादि चौपायों का स्तन । चौपायों की चूची । उ॰— अंड़ा पालै काछुई, बिन थन राखै पोख ।—संतवाणी॰, पृ॰ २२ ।

२. स्त्रियों का स्तन । उ३—उठे थन थोर बिराजत बाम । धरें मनु हाटक सालिगराम ।—पृ॰ रा॰, २१ । २० ।