थंभनी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्तम्भनी] योग में एक तत्व या धारणा । योग की धारणाओं में से प्रथम धारणा । उ॰— पहिली । धारण थंभनी, दूजी द्रावण होय । तीजी दहिनी जानिए चौथि भ्रामिनी सोय ।— अष्टांग॰, पृ॰ ८६ ।