थाँगी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

थाँगी संज्ञा पुं॰ [हिं॰ थाँग]

१. चोरी का माल मोल लेने या अपने पास रखनेवाला आदमी ।

२. चोरों का भोदिया । चोरों को चोरी के लिये ठिकाने आदि का पता देनेवाला मनुष्य ।

३. चोरी के माल का पता लगानेवाला आदमी । जासूस ।

४. चोरों का अड़डा रखनेवाला आदमी । चोरों के गोल का सरदार ।