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थाक

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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थाक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्था]

१. गाँव की सरहद । ग्रामसीमा ।

२. थोक । ढ़ेर । समूह । अटाला । राशि । उ॰— मधु, मेवा, पकवान, मिठाई, घर घर तै लै निकसी थाक ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३६० ।

३. सीमा । हद । उ॰— मेरे कहाँ थाकु गोरस को नवनिधि मंदिर यामहि ।—तुलसी (शब्द॰) ।

थाक † ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ थकना] थकावट । क्रि॰ प्र॰—लगाना ।