थात पु वि॰ [सं॰ स्थातृ, स्थाता] जो बैठा या ठहरा हो । स्थित । उ॰—द्वै पिक बिंब बतीस वज्रकन एक जलज पर थात ।— सूर (शब्द॰) ।