थानुसुत संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्थाणु + सुत, प्रा॰, थाणु + सं॰ सुत] शिव जो के पुत्र गणेश । गजानन । उ॰— थोरे थोरे मदनि कपोल फूले थूले खूले, ड़ोलैं जल थल बल थानुसुत नाखे हैं ।—केशव ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १३१ ।