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थिरकौहाँ

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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थिरकौहाँ ^१ वि॰ [हिं॰ थिरकना + औहाँ (प्रत्य॰)] थिरकनेवाला । थिरकता हुआ ।

थिरकौहाँ ^२ वि॰ [सं॰ स्थिर] ठहरा हुआ । रुका हुआ । उ॰—दृग थिरकौहैं अधखुलैं देह थँकौहैं ढार । सुरत सुखति सी देखियति दुखित गरम कैं भार ।—बिहारी (शब्द॰) ।