थिरथानी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

थिरथानी पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्थिर + स्थान] थिर स्थानवाले, लोकपाल आदि । उ॰—सुकृत सुमन तिल मोद बासि बिधि जतन जंत्र भरि कानी । सुख सनेह सब दिये दसरथहिं खरि खेलेल थिरथानी ।—तुलसी (शब्द॰) ।