थोर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]थोर † ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰]
१. केले की पेड़ी के बीच का गाभा ।
२. थूहर का पेड़ ।
थोर ^२ वि॰ [हिं॰ थोड़ा] थोड़ा । स्वल्प । छोटा । उ॰—उठे थन थोर विराजत बाम । धरे मनु हाटक सालिगराम ।—पृ॰ रा॰, २१ । २० । यौ॰—थोरथनी = छोटे छोटे स्तनोंवाली । उ॰—रोम राज राजी भ्रमहि थोरथनी ढुँढि बाल । उतकंठा उतकंठ की ते पुज्जी प्रतिपाल ।—पृ॰ रा॰, २५ । ७२५ ।