दइउ † संज्ञा पुं॰ [सं॰ दैव] दे॰ 'दैव' । उ॰—धीरज धरति सगुन बल रहत सो नाहिन । बर किसोर धनु घोर दइस नहिं दाहिन ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ५४ ।