दकीका संज्ञा पुं [अ॰ दकीक़हु] १. कोई बारीक बात । २. युक्ति । उपाय । मुहा॰—कोई दकीका बाकी न रहना = कोई उपाय बाकी न रखना । सभ उपाय कर चुकना । जैसे,—मुझे नुससान पहुँचाने में तुमने कोई दकीका बाकी नहीं रखा । ३. क्षण । लहजा ।