दक्खिन
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दक्खिन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ दक्षिण, प्रा॰ दक्खिण] [वि॰ दक्खिनी]
१. वह दिशा जो सूर्य की और मुँह करके खड़े होने से दाहिने हाथ की ओफ पड़ती है । उत्तर के समाने की दिशा । जैसे,— जिधर तुम्हारा पैर है वह दक्खिण है । विशेष—यद्यपि संस्कृत 'दक्षिण' शब्द विशेषण है पर हिंदी
दक्खिन ^२ क्रि॰ वि॰ दक्खिन की ओर । दक्षिण दिशा में । जैसे,— उनका गाँव यहाँ से दक्खिन पड़ता है ।