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दरस

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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दरस संज्ञा पुं॰ [सं॰ दर्श]

१. देखादेखी । दर्शन । दीदार । उ॰— दरस परस मज्जन अरु पाना ।—तुलसी (शब्द॰) । यौ॰—दरस परस ।

२. भेट । मुलाकात ।

३. रूप । छबि । सुंदरता ।

दरस ^२ वि॰ [हिं॰ दो + रस]

१. दोरसा । दुहरे रसवाला । उ॰— मालिक मलूक मालूम जिसकौं दुरस दिल हुरसाल हैं ।— सुंदर ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २९२ । २ † दो प्रकार की मिट्टीवाला । बालू मिली मिट्टीवाला ।