दवा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दवा ^१ संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰]
१. वह वस्तु जिससे कोई रोग या व्यथा दूर हो । औषध । ओखद । उ॰—दरद दवा दोनों रहैं पीतम पास तयार ।—रसनिधि (शब्द॰) । यौ॰—दवाखाना । दवादारू । दवादर्पन । दवादरमन । मुहा॰—दवा को न मिलना = थोड़ा सा भी न मिलना । अप्राप्त होना । दुर्लभ होना । दवा देना = दवा पिलाना ।
२. रोग दूर करने का उपाय । उपचार । चिकित्सा । जैसे,— अच्छे बैद्य की दवा करो । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।
३. दूर करने की युक्ति । मिटाने का उपाय । जैसे,—शक की कोई दवा नहीं ।
४. अवरोध या प्रतिकार का उपाय । ठीक रखने की युक्ति । दुरुस्त करने की तदबीर । जैसे,—उसकी दवा यही है कि उसे दो चार खरी खोटी सुना दो ।
दवा पु † ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ दव]
१. वनाग्नि । वन में लगनेवाली आग । उ॰—कानन भूधर वारि बयारि महा विष व्याधि दवा अरि घेरे ।—तुलसी (शब्द॰) ।
२. अग्नि । आग । उ॰— (क) चल्यो दवा सो तप्त दवा दुति भूरिश्रवा भर ।—गोपाल (शब्द॰) । (ख) तवा सो तपत धरामंडल अखंडल और मारतंड मंडल दवा सो होत भोर तें ।—बेनी (शब्द॰) ।