दष्ट

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दष्ट वि॰ [सं॰] जिसे किसे ने डसा हो या काट लिया हो । काटा हुआ । उ॰—चेतनाहीन मन मानता स्वार्थ धन । दष्ट ज्यों हो सुमन छिद्र शत तनु पान ।—गीतिका, पृ॰ ५८ ।