दहिन वि॰ [सं॰ दक्षिण] अनुकूल । दक्षिण । उ॰—बेरि एक दइय दहिन जञी होए, निरधन धन जके धरय मोञे गोए ।— विद्यापति, पृ॰ ३५४ ।