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दा

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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दा ^१ संज्ञा पुं॰ [अनु॰] सितार का एक बोल । जैसे,—दा दिर दा ड़ा इत्यादि ।

दा ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. रक्षा । बचाव ।

२. शोधन ।

३. दान ।

४. छेद । छेदन ।

५. उपताप । ताप [को॰] ।

दा ^३ वि॰ स्त्री॰ [सं॰] देनेवाली । दातृ । (समासांत में प्रयुक्त) ।

दा † ^४ प्रत्य॰ [पंजाबी] संबंधवाचक प्रत्यय । का ।