दाध
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दाध पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ दाह या, सं॰ दग्ध, प्रा॰ दद्ध] जलन । दाह । ताप । उ॰—(क) सही न जाय विरह कर दाधा ।—जायसी (शब्द॰) । (ख) हाड़ चून भे बिरहै दही । जानै सोइ जो दाध इमि सही ।—जायसी (शब्द॰) । (ग) जहँ तहँ भूमि जरी भा रेहू । बिरह की दाध भई जनु खेहू ।—जायसी (शब्द॰) । (घ) जेहि तन नेह दाध तेहि दूना ।—जायसी (शब्द॰) । विशेष—जायसी ने इस शब्द को कहीं स्त्रीलिंग माना है और कहीं पुलि्लग ।