दानव
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दानव संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ दानवी] कश्यप कै वे पुत्र जो 'दनु' नाम्नी पत्नी से उत्पन्नहुए । असुर । राक्षस । विशेष—मायावी दानवों का उल्लेख ऋग्वेद में है । माहभारत के अनुसार दक्ष की कन्या दनु से शंबर, नमुचि, पुलोमा असि- लोमा, केशी, विप्रचित्ति, दुर्जय, अयःशिरा, विरुपाक्ष, महोदर, सूर्य, चंद्र इत्यादि चालीस पुत्र उत्पन्न हुआ । दानवों में जो सूर्य और चंद्र हुए उन्हें देवताओं से भिन्न समझना चाहिए । भागवत में दनु के ६१ पुत्र गिनाए गए हैं । मनुस्मृति में लिखा है कि दानव पितरों से उत्पन्न हुए । मरीचि आदि ऋषियों से पितर उत्पन्न हुए, पितृगणों से देव दानव और देवताओं से यह चराचर जगत् आनुपूर्विक क्रम से उत्पन्न हुआ ।