दानवीर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दानवीर संज्ञा पुं॰ [सं॰] दान देने में साहसी पुरुष । वह जो दान देने से न हटे । अत्यंत दानी । विशेष— साहित्य में वीर रस के अंतर्गत चार प्रकार के जो वीर गिनाए गए हैं उनमें एक दानवीर भी है । दानवीरता में त्याग के विषय में उत्साह स्थायी भाव है, याचक आलंबन है; अध्य- वसाय (तीर्थगमन आदि) और दानसमय, ज्ञान आदि उद्दोपन विभाव है; सर्वस्वत्याग आदि अनुभाव तथा हर्ष और धृति आदि संचारी भाव हैं ।