दारद संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. एक प्रकार का विष जो दरद देश में होता है । उ॰— जाहि जोहि मारद भई मरी परी दुख फंद । ताहि सुधाधर क्यों कहैं दारद भाद चंद ।— स॰ सप्तक, पृ॰ २६० । २. पारा । ३. ईंगुर । ४. सागर । समूद्र (को॰) ।