दिवाली

विक्षनरी से
दिवाली

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दिवाली ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ दीपावली] दे॰ 'दीवाली' ।

दिवाली ^२ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] खराद या सान में लपेटने का वह तस्मा जिसे खींचकर उसे चलाते हैं । दयाली ।

दिवाली संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ दीपावली] कार्तिक को अमावास्या को होनेवाला एक उत्सव जिसमें संध्या के समय घर में भीत र बाहर बहुत से दीपक जलाकर पक्तियों में रखे जाते हैं और लक्ष्मी का पूजन होता है । विशेष— जिस दिन प्रदोष काल में अमावास्या रहेगी उसी दिन दीवाली होगी ओर लक्ष्मी का पूजन किया जायागा । यदि अमावस्ता लगातार दो दिन प्रदोषकाल में पड़े तो दूसरे दिन की रात को दीवाली मानी जायगी और वह रात सुखरात्रिका कहलावेगी । यदि अमावास्या प्रदोषकाल में पड़े ही न, तो पहले दिन लक्ष्मीपूजा और दुसरे दिन दीपदान होगा क्योंकि पार्वण श्राद्ध उसी दिन होगा । दीवाली के दिन लोग जुआ खेलना भी कर्तव्य समझते हैं ।