दिहाड़ा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ दिन + हार (प्रत्य॰)] १. दुर्गत । बुरी हालत । २. दिन । उ॰—रत्ति दिहाड़े तलब तुसाड़ी अक्क्ल इलम उड़ाँदा है ।—घनानंद, पृ॰ १७७ ।