दीखना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ देखना] दिखाई देना । देखने में आना । दृष्टिगोचर होना । जैसे,— उसे दूर की चीज नहीं दीखती । संयो॰ क्रि॰—पड़ना ।—पाना ।—उ॰— पुनि जल दीख रूप निज पावा ।— मानस, १ । १३६ ।