दुःखांत
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]दुःखांत ^१ वि॰ [सं॰ दुःखान्त]
१. जिसके अंत में दुःख हो । जिसके परिणाम में कष्ट हो ।
२. जिसके अंत में दुःख का वर्णन हो । जैसे, दुःखांत नाटक । विशेष— प्राचीन यूनान के साहित्य ग्रंथों में नाटक दो प्रकार के कहे गए हैं— सुखांत और दुःखांत, दुःखावसानी या त्रासदी अतः योरप के साहित्य में नाटक या उपन्यास के हो भेद माने जाते हैँ । पर भारतीय आचार्यों ने इस प्रकार का भेद नहीं किया है ।
दुःखांत ^२ संज्ञा पुं॰
१. दुःख का अंत । क्लेश की समाप्ति ।
२. दुःख की पराकाष्ठा । अत्यंत अधिक कष्ट । तकलीफ की हद ।