दुःशासन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दुःशासन ^१ वि॰ [सं॰] जिसपर शासन करना कठिन हो । जो किसी का दबाव न माने ।

दुःशासन ^२ संज्ञा पुं॰ धृतराष्ट्र के १०० लड़कों में से एक जो दुर्यो- धन का अत्यंत प्रेमपात्र और मंत्री था । विशेष— यह अत्यंत क्रूरस्वाभव था । पांड़व लोद जब जूए में हार गए थे तब यही द्रौपदी की पकड़कर सभास्थल में लाया था और उसका वस्त्र खींचना चाहता था । इसपर भीम सेन ने प्रतिज्ञा की थी कि मैं इसका रक्तापन करूँगा और जबतक इसके रक्त से द्रौपदी के बाल न रँगूगा तबतक वह बाल न बाँधेगी । महाभारत के युद्ध में भीमसेन ने अपनी यह भयंकर प्रतिज्ञा पूरी की थी ।