दुइ

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दुइ † वि॰ [सं॰ द्वि] दे॰ 'दो' । उ॰— (क) तमारु एक पउआ दुइ उपस्थित सेव (कें) करु ।—वर्ण॰, पृ॰ १२ । (ख) दुइ अंक अजपा जपहु अंतर तजहु सबै तेवान ।—जग॰ बानी, पृ॰ ८९ । (ग) साधो मन महँ करहुँ विचार । दुइ अच्छर भजि उतरह पार ।—जग॰ बानी, पृ॰ ६७ ।