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दुइ

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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दुइ † वि॰ [सं॰ द्वि] दे॰ 'दो' । उ॰— (क) तमारु एक पउआ दुइ उपस्थित सेव (कें) करु ।—वर्ण॰, पृ॰ १२ । (ख) दुइ अंक अजपा जपहु अंतर तजहु सबै तेवान ।—जग॰ बानी, पृ॰ ८९ । (ग) साधो मन महँ करहुँ विचार । दुइ अच्छर भजि उतरह पार ।—जग॰ बानी, पृ॰ ६७ ।